शेयर की Intrinsic value (आंतरिक मूल्य) क्या है? इसे कैसे कैलकुलेट करते हैं?
By Dilip Suthar
What is Intrinsic value meaning in hindi | Intrinsic value kya hai | Intrinsic value kaise nikale | How to find Intrinsic value of a stock in hindi
अगर आप शेयर मार्केट में नये हैं तो आपने कभी ना कभी शेयर की Intrinsic Value के बारे में जरूर सुना होगा। हमें अक्सर सुनने को मिलता है कि हमेशा किसी भी शेयर को उसकी intrinsic value से नीचे ही खरीदना चाहिए तभी वह स्टॉक अच्छा प्रॉफिट दे सकता है। लेकिन कुछ बड़ी-बड़ी कंपनीस ऐसी है जिनके शेयर के प्राइस लगातार बढ़ते ही जाते हैं और कभी भी अपनी इंट्रिन्सिक वैल्यू पर नहीं आ पाते तो ऐसे में क्या किया जाए?
आपने सुना होगा कि किसी कंपनी की intrinsic worth उसके एक्चुअल प्राइस से काफी ज्यादा है ऐसे में कुछ लोगों को तो इंटरिंसिक (Intrinsic) का क्या मतलब होता है यही पता नहीं होता
तो आज हम आपको बताने वाले हैं कि किसी भी share या stock की Intrinsic value क्या होती है और इंटरिंसिक वैल्यू को कैसे कैलकुलेट किया जाता है?
Intrinsic value kya hai? Intrinsic Value in Hindi
किसी शेयर की Intrinsic value का मतलब उस share की वास्तविक कीमत से है। शेयर की Intrinsic value को हिंदी में आंतरिक मूल्य कहते हैं। इसे किसी शेयर की Fair value, Actual value, Real value या वास्तविक वैल्यू भी कहते हैं। तो किसी स्टॉक का सही दाम (Fair value) या एक्चुअल प्राइस ही उस शेयर की Intrinsic value या आंतरिक मूल्य कहलाता है।
स्टॉक मार्केट में हमेशा किसी भी शेयर को खरीदने से पहले उस स्टॉक की इंट्रिन्सिक वैल्यू पता कर लेनी चाहिए तभी आप उस शेयर से future में अच्छा प्रॉफिट या Return कमा सकते हैं।
ये जरूर पढ़े-
- शेयर खरीदने से पहले क्या करना चाहिए? ―ये 13 चीज़े जरूर चेक करें…
Intrinsic value of share meaning in hindi
आंतरिक मूल्य को आप अलग-अलग (Intrinsic Value definition in hindi) के द्वारा आसानी से समझ सकते हैं जैसे-
- शेयर की Intrinsic value उस शेयर की करंट मार्केट वैल्यू से कम या ज्यादा हो सकती है।
- Stock की Intrinsic value का मतलब उस शेयर की सही कीमत अर्थात Real Value से है।
- Intrinsic value का अर्थ है शेयर की असली कीमत, वास्तविक कीमत, True value या Fair value, ना की उसकी मार्किट वैल्यू।
- दुनिया के सबसे अमीर इन्वेस्टर Warren Buffett भी intrinsic value से नीचे शेयर खरीदने की बात कहते हैं क्योंकि वह खुद भी Value Investing करते हैं जिसका मतलब है कि वह किसी भी स्टॉक को कम प्राइस पर खरीद कर उसे Long Term तक hold करते हैं और फिर उसे ज्यादा में बेच देते हैं।
इतना ही नहीं Warren Buffett ने Intrinsic value का Formula भी दिया है जो कि थोड़ा complicated है लेकिन आज हम आपको बिल्कुल आसान भाषा में shares intrinsic value hindi meaning को समझाने वाले हैं।
Intrinsic value पता करके सही स्टॉक कैसे खरीद सकते हैं?
अगर आपको नहीं पता कि कौन सा स्टॉक खरीदें, आखिर कौन से स्टॉक में इन्वेस्ट करना चाहिए तो आपके लिए स्टॉक की इंट्रिसिक वैल्यू (Intrinsic Value of a stock in hindi) को समझना बहुत आवश्यक है।
जानिए:
- कौन से शेयर में निवेश करें? (5 बेस्ट स्टॉक्स)
- किस कंपनी का शेयर खरीदना चाहिए (5 तरीके से पता करें)
Why intrinsic value is important in hindi
इंट्रिन्सिक वैल्यू को समझना इसलिए भी महत्वपूर्ण है ताकि आप किसी भी स्टॉक को उसकी एक्चुअल कीमत से कहीं मंहगा ना खरीद लें। शेयर की इंट्रिन्सिक वैल्यू से आपको पता चल जाता है कि कोई भी शेयर महंगा है या सस्ता।
Intrinsic value Example: मान लीजिए आप बाजार से सब्जी खरीदने जाते हैं तो दुकानदार आपको सब्जी की वास्तविक कीमत से थोड़ा बढ़कर ज्यादा या मंहगा दाम बताता है तो फिर आप उस सब्जी वाले से मोलभाव करते हो और उसकी सही कीमत लगाने को बोलते हो.
तो अगर दुकानदार आपकी बात मान जाता है तो आप सब्जी खरीद लेते हो। लेकिन अगर आप मोलभाव नहीं करते और दुकानदार के कहे अनुसार सब्जी का मूल्य दे देते तो शायद आपका नुकसान (Loss) हो जाता।
लेकिन आपने थोड़ी समझदारी दिखा कर उसे उसकी actual कीमत या इंटरिंसिक वैल्यू या Real value पर खरीदा जिससे आप अपना Loss करने से बच पाए।
ठीक ऐसा ही शेयर बाजार (Stock Market) में भी होता है। अगर आप किसी भी शेयर को उसकी इंट्रिन्सिक वैल्यू पता किये बिना उसकी वास्तविक कीमत से अधिक कीमत पर खरीद लेते हो तो आपको नुकसान हो सकता है।
- क्या आपको पता है कोई शेयर महंगा है या सस्ता यह पता लगाने में पीई रेश्यो का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है अभी जानिए PE Ratio क्या होता है और इसे कैसे उपयोग करते हैं?
Current price is more than the intrinsic value meaning in hindi
आप किसी मनीकंट्रोल पर या किसी भी अन्य स्टॉक ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर में किसी कंपनी के स्टॉक की रिसर्च करते हैं तो आपने भी जरूर कभी ना कभी ये लिखा देखा होगा कि
current price is more than the intrinsic value
लेकिन इसका अर्थ क्या होता है?
इसका मतलब है अभी जो शेयर का करंट प्राइस है वह इसकी real value से काफी ज्यादा है इसीलिए हमें इस वक्त इस share को नहीं खरीदना चाहिए।
वैसे सिर्फ इसी चीज को देखकर ही हमें निर्णय नहीं लेना चाहिए कि आपको वह शेयर खरीदना चाहिए या नहीं।
किसी भी शेयर को चुनते वक्त आपको और भी बहुत सारे factors देखने पड़ते हैं like: financials, ratios, market news, trends etc. तभी आप एक अच्छे शेयर का चुनाव कर सकते हैं.
Intrinsic value VS Market value in Hindi
आपको यह पता होना चाहिए कि किसी भी शेयर के current market price और value में फर्क होता है।
Current price वह होता है जो हमें गूगल पर किसी भी शेयर का प्राइस सर्च करने पर दिखाया जाता है जबकि उसकी रियल वैल्यू कुछ और ही होती है।
जैसे अगर हम अभी हम TCS का शेयर प्राइस देखें तो 3311 रुपये है जैसा कि आप नीचे स्क्रीनशॉट में देख सकते हैं।
तो क्या इस प्राइस पर आपको इसके शेयर को खरीदना चाहिए, क्या यह सस्ता है या फिर महंगा है?
मतलब आपको कैसे पता चलेगा कि मैं इस शेयर का सही प्राइस दे रहा हूं या नहीं। क्योंकि अभी तक तो आप जब सब्जी लेने भी जाते थे तो भी आप मोलभाव करते थे। अलग-अलग दुकानों पर जाकर देखते थे कि कहां पर सब्जी सस्ती मिल रही है और कहां पर मंहगी।
लेकिन स्टॉक मार्केट में आपको ये कैसे समझ आएगा क्योंकि अगर शेयर का प्राइस ₹500 चल रहा है तो आपको ₹500 ही देना पड़ेगा अगर आप उसे खरीदना चाहते हो तो अब आपको क्या करना होगा क्या उस stock को इतनी ही कीमत में खरीद लेना चाहिए?
जबाब है “नहीं”
क्योंकि आपको भी पता है शेयर मार्केट में 5000 से भी ज्यादा कंपनीस लिस्टेड हैं। तो किस कंपनी के स्टॉक खरीदना है और किसके नहीं खरीदना है यह पूरी तरह से आपके हाथ में है। क्योंकि आप उस स्टॉक को खरीदने के लिए अपना मेहनत से कमाया हुआ पैसा लगाने जा रहे हैं तो क्यों ना पहले शेयर मार्केट की पूरी जानकारी ले लें, तब invest करें।
Investment vs Gambling: देखिये अगर आप शेयर मार्केट में knowledge लेकर पैसा लगाते हैं तो उसे इन्वेस्टमेंट (Investment) बोलते हैं लेकिन अगर आप बिना पूरी knowledge के केवल दूसरों से टिप्स लेकर पैसा लगाते हैं तो उसे जुआ खेलना (Gambling) या सट्टा लगाना बोलते हैं। तो आपको जुआरी नहीं बनना है आपको investor बनना है।
तो एक सफल investor बनने के लिए सबसे पहले आपको शेयर मार्केट को अच्छे से सीखना होगा।
तो चलिए अब अपने टॉपिक पर आते हैं हम बात कर रहे थे intrinsic value की। तो मैंने आपको बताया कि किसी भी कंपनी के शेयर के प्राइस और उसकी actual value या intrinsic value में फर्क होता है और आपको हमेशा हर stock को उसकी intrinsic value से कम पर ही खरीदना चाहिए तभी आप उससे अच्छा प्रॉफिट (Profit) या Return कमा सकते हो।
लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह आता है कि किसी भी शेयर की intrinsic value या आंतरिक मूल्य का पता कैसे लगाएं?
तो आज हम आपको बहुत ही आसान examples के द्वारा stock की Intrinsic value या रियल वैल्यू कैलकुलेट करने के कई तरीके बताने वाले हैं।
अभी जानिए👇
शेयर की इंट्रिन्सिक वैल्यू कैसे कैलकुलेट करें? How to calculate intrinsic value of a stock in hindi
Intrinsic value kaise nikale –
किसी भी स्टॉक की intrinsic value को कैलकुलेट करने के बहुत सारे तरीके हैं चलिए इसे हमें एक उदाहरण के द्वारा समझते हैं-
Example: मान लो कोई बहुत ही Popular होटल है जिसका मालिक (Owner) श्याम उसे बेचना चाहता है क्योंकि अब वह कहीं और जाकर अपना बिजनेस करना चाहता है इसीलिए वह अपनी इस होटल को बेचना चाहता है।
अब आपको उस होटल के बारे में पता है और आप उसे खरीदना चाहते हैं। क्योंकि आपको पता है कि अगर मैंने यह होटल खरीद लिया तो मैं भविष्य में इससे बहुत अच्छा पैसा कमा सकता हूं। तो आप श्याम को ऑफर देते हैं कि आपकी होटल मैं खरीदना चाहता हूं लेकिन अब सवाल यह आएगा कि आप किस प्राइस पर खरीदेंगे?
मतलब ये कैसे पता चलेगा कि उस होटल को खरीदने के लिए क्या प्राइस देना चाहिए क्योंकि उसका मालिक श्याम तो आपको कुछ भी कितना भी महंगा रेट बता देगा तो ऐसे में आपको पता करना है कि उस होटल की एक्चुअल वैल्यू क्या है? तो आप कैसे पता करेंगे?
देखिए बड़ा आसान है उस होटल की रियल वैल्यू पता करने के लिए आपको बस थोड़ी सी कैलकुलेशन करना है-
Discount Cash Flow Method से इंटरिंसिक वैल्यू कैसे निकाले?
सबसे पहले आपको उस होटल के मालिक यानी श्याम से उस होटल के Financials मांगने होंगे जिसमें यह लिखा होता है कि उस होटल ने पिछले 5 साल या 10 साल में कितना प्रॉफिट हर साल कमाया है? हर साल वह होटल कितना पैसा कमाती है? कितने रुपए के Assets अभी उस होटल के पास हैं? क्या उस पर अभी कोई लोन भी बकाया है? इन सब चीजों का हिसाब किताब आपको उसके Financials के अंदर पता चल जाएगा।
तो जब आप उसके Financials को अच्छी तरह पढ़ लें और confirm कर लें उसके बाद ही आगे बढ़े। तो सभी डॉक्यूमेंट पढ़ने के बाद अब आपको पता चला कि उस होटल पर कोई भी Loan बाकी नहीं है और आपको पता चला कि पिछले 5 सालों से ये होटल 10 लाख रुपये हर साल का Profit भी कमाती है।
अब जब आपको पता चल चुका है कि वह होटल 10 लाख रुपए हर साल कमाती है तो आप उसे कितने रुपये में खरीदेंगे जिससे कि आपको प्रॉफिट हो।
तो मान लीजिए कि आप चाहते हो कि हर साल मुझे कम से कम 15% का प्रॉफिट होना चाहिए।
तो यहां पर आपको उस होटल की रीयल वैल्यू निकालने के लिए एक फार्मूला लगाना होगा:
Intrinsic value कैलकुलेट करने का फार्मूला | Intrinsic value Formula in hindi
आपको उस होटल के 1 साल के प्रॉफिट को, आप हर साल जितना रिटर्न चाहते हैं उससे डिवाइड करना होगा यसनी कि भाग देना होगा। तो इसका फार्मूला बन जाएगा-
Per Year Income/ Annual Return Percentage
तो उस होटल का 1 साल का प्रॉफिट 10 लाख रुपये है और आप उससे 15 परसेंट का Annual return चाहते हैं।
= 1000000/0.15
= 66 लाख रुपये
तो यह 66 लाख रुपया उस दुकान की valuation आ गई और इसी valuation को हम उस होटल की intrinsic value या Fair value कह सकते हैं।
अब आपने उस होटल के मालिक श्याम से बोला कि मैं इसका 66 लाख रुपये दे सकता हूं। लेकिन वह बोलता है कि चलो ठीक है आप 70 लाख रुपये दे देना। फिर आप थोड़ा सोचने लगे और आपने कैलकुलेट किया तो आपको पता चला कि 70 लाख रुपये में लेने पर भी कोई नुकसान नहीं है। आपको हर साल 14% का रिटर्न तो तब भी मिलेगा तो आपने सोचा कि चलो यह भी ठीक है और आप उस दुकान को 70 लाख रुपए में ले लेते हैं।
लेकिन अगर वह आपको उसी होटल के 1 करोड़ रुपये बताता हैं तो आपको उसे लेने से मना कर देना चाहिए क्योंकि वह होटल उसकी intrinsic वैल्यू से काफी ज्यादा है। तो किसी चीज की इंटरिंसिक वैल्यू (intrinsic worth) पता होने का यही फायदा होता है कि आप उसे महंगे दामों पर लेने से बच जाते हैं।
अभी हमने जिस तरीके से share की intrinsic value को calculate किया है उसे DCF Method या Discount Cash Flow Method कहा जाता है।
इसे कैलकुलेट करने के लिए आप intrinsic value calculator by Benjamin Graham का उपयोग भी कर सकते हैं और इसके अलावा आप play store से intrinsic value calculator app को भी डाउनलोड भी कर सकते हैं.
इस प्रकार आप इस फार्मूले की मदद से किसी भी कंपनी का वैल्यूएशन निकाल सकते हैं।
तो अब तक आपने जाना कि किसी कंपनी की वैल्यू कैसे निकालते हैं. आपको बता दूं कि इसी तरीके से आप किसी भी शेयर की वैल्यू निकाल सकते हैं.
ये भी जानिए–
- शेयर की कीमत कैसे बढ़ती या घटती है?
- शेयर मार्केट कैसे काम करता है? (समझिए आसान भाषा में)
Final Words
Finally, I hope आपको पता चल चुका होगा कि शेयर की Intrinsic value क्या है, इंट्रिन्सिक वैल्यू को कैसे कैलकुलेट करते हैं और इंट्रिन्सिक वैल्यू पता करने का फार्मूला क्या है?
अगर आप स्टॉक मार्केट से संबंधित पूरी जानकारी लेना चाहते हैं तो आप इस ब्लॉग की अन्य पोस्ट भी पढ़ सकते हैं। अगर यह जानकारी आपको यूज़फुल लगी हो तो आप इसे शेयर कर सकते हैं और अगर आपका कोई सवाल है तो हमसे नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं।
मेरा नाम Dilip Suthar है और मैं इस ब्लॉग का Founder हूं। यहां पर मैं अपने पाठकों के लिए नियमित रूप से शेयर मार्केट, निवेश और फाइनेंस से संबंधित उपयोगी जानकारी शेयर करता हूं। ❤️
Follow DS Trading Tech for the Share Market Update, Stocks News, upcoming IPO, Business Ideas, Financial Knowledge, Mutual Fund, Other Advertising, news and their reviews, also keep following us on Twitter, Facebook, and Instagram. For our latest videos, subscribe to our YouTube channel.
By DS Trading Tech
👉Connect With us-
👉E-mail : rjdilipsuthar@gmail.com
👉FACEBOOK : https://www.facebook.com/DsTradingTech
👉INSTAGRAM: https://www.instagram.com/DsTradingtech
👉YouTube: / @dstradingtech
Lets go our investment for next level